बिहार की एक खासियत है 80%शादियाँ बिना तमाशे के नहीं होती बिहार की एक खासियत है 80%शादियाँ बिना तमाशे के नहीं होती
जब तुम्हारी आँखों से मिली थी मेरी आँखें तब दीदार-ए-जन्नत हो गया था जब तुम्हारी आँखों से मिली थी मेरी आँखें तब दीदार-ए-जन्नत हो गया था
यह यादों का समंदर बस उफनता रहता है या फिर मंद पड़ा रहता है। यह यादों का समंदर बस उफनता रहता है या फिर मंद पड़ा रहता है।
जिसे कभी वह इस दुनिया में लाना भी नहीं चाहता था। इस तरह के पिया को क्या नाम दें ? जिसे कभी वह इस दुनिया में लाना भी नहीं चाहता था। इस तरह के पिया को क्या नाम दें ...
बस में उनका पूरा परिवार , नाते रिश्तेदार मौजूद थे जब हमें एक स्पेशल सीट मिली लोग भौंचक् बस में उनका पूरा परिवार , नाते रिश्तेदार मौजूद थे जब हमें एक स्पेशल सीट मिली लोग...
"सच में ... जब तक अपनी सारी उलझने उन दोनो से बांट ना लूँ, चैन नहीं पड़ता। "सच में ... जब तक अपनी सारी उलझने उन दोनो से बांट ना लूँ, चैन नहीं पड़ता।